फिल्म रिव्यू: बहन होगी तेरी



फिल्म: बहन होगी तेरी
डायरेक्टर: अजय पन्नालाल
स्टारकास्ट: राजकुमार राव, श्रुति हसन, दर्शन जरीवाला, गौतम गुलाटी, हेरी टेंगरी और गुलशन ग्रोवर
प्रोड्यूसर: अमूल मोहन और टोनी डिसूजा

अजय पन्नालाल की यह डिरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म है जिसमें उन्होंने नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर राजकुमार राव और अलग तरह की कास्टिंग के साथ एक मोहल्ले की कहानी दर्शाने की कोशिश की है और यह मोहल्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर का है। आइये जानते हैं इस फिल्म की कहानी के बारे में।

कहानी
इस फिल्म की कहानी है उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक मोहल्ले की है, जहां गट्टू नौटियाल (राजकुमार राव) और बिन्नी अरोड़ा (श्रुति हसन) बचपन से साथ में पढ़े हैं और दोनों का घर बिल्कुल आमने सामने है। श्रुति जहां एक तरफ पढ़ाई करती है वहीं गट्टू अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलता है और समय-समय पर नाटक में शिवजी का रोल भी निभाता है। जब बिन्नी बड़ी होती है तो उसके घर में एक सिलसिला शुरू हो जाता है कि अगर कोई भी लड़का छेड़खानी करने की कोशिश करे तो उसको राखी बांधकर भाई बना दिया जाता था। गट्टू को बिन्नी से बहुत प्यार है लेकिन वो जब तक बिन्नी से बता पता काफी लेट हो चुका था और गट्टू के पापा (दर्शन जरीवाला) तो उन दोनों को भाई बहन ही मनाते हैं।

कहानी में ट्विस्ट तो तब आता है जब बिन्नी का भाई, उसकी सगाई राहुल (गौतम गुलाटी) से कर देता है, जिसकी वजह से गट्टू बहुत परेशान होता है और इस बारे में वो अपने दोस्त भूरा (हेरी टेंगरी) से डिस्कस करता है। फिर फिल्म में अलग-अलग किरदारों की एंट्री होती है और आखिरकार फिल्म को अंजाम मिलता है। क्या गट्टू को बिन्नी मिल पाती है, या वो उसकी बहन ही रह जाती है, ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

 
एक्टिंग
राजकुमार राव ने छोटे शहर के लड़के का किरदार बहुत अच्छे से निभाया है और उनकी अदाकारी काबिलेतारीफ है। वहीं श्रुति हासन ने भी अच्छा काम किया है। राजकुमार के दोस्त के रूप में हेरी टेंगरी ने बहुत अच्छा काम किया है, गौतम गुलाटी का काम भी सहज है। गुलशन ग्रोवर ने भी एक बार फिर से अपनी मौजूदगी अच्छे से दर्ज कराई है। दर्शन जरीवाला के होने से कहानी और निखरती है। बाकी किरदारों का काम भी अच्छा है।

डायरेक्शन
फिल्म का डायरेक्शन, रियल लोकेशंस की शूटिंग के साथ ही साथ कैमरा वर्क और सिनेमेटोग्राफी बढ़िया है। लखनऊ के कई हिस्सों की बखूबी दर्शाया गया है। फिल्म की अच्छी बात ये है कि इसमें कोई भी जबरदस्ती वाले सीन नहीं है। फिल्म देखते रहने का मन करता है और लास्ट में रिजल्ट भी अच्छा लगता है लेकिन क्लाइमेक्स और बेहतर हो सकता था।
म्यूजिक
फिल्म का कोई भी गाना हिट नहीं हो पाया है। कह सकते हैं कि फिर भी फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड ठीकठाक है, जिसे और बेहतर किया जा सकता था।

देखें या नहीं
अगर आपको गली मोहल्ले वाली लव स्टोरी पसंद है तो आप फिल्म देख सकते हो।

ट्रेलर देखें-


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